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कावड़िया हिल्स

श्रेणी प्राकृतिक / मनोहर सौंदर्य

जिले की बागली तहसील से लगभग 10 कि.मी. धाराजी नामक स्थान के पास ये पहाड़िया स्थित है  ये सात पहाड़ियों के रूप में है जिनमे लाखो की संख्या में खंबेनुमा पत्थर की रचनाये है । जो षटकोण, पंचकोण, चतुष्कोण तथा त्रिभुजाकार आकृतियों के पत्थरो से बने हुए है । विभिन्न आकृतियों के पत्थर मानव निर्मित प्रतीत होते है इन्हे दुनिया का आठवां आश्चर्य भी कहा जा सकता है । वस्तुतः ये ज्वालामुखी विस्फोट से निर्मित हुए है इन पथरीले स्तम्भो से धातुओ के समान ध्वनि भी निकलती है । हिन्दू पौराणिक कथाओ के अनुसार महाबली भीम के द्वारा नर्मदा नदी के प्रवाह की दिशा एक दिन में नापने संबधी वचन को पूर्ण करने के लिए इन प्रस्तर खम्बो का निर्माण किया था जो महाबली भीम पूर्ण नहीं कर पाये थे ।

 

फोटो गैलरी

  • कावड़िया हिल्स
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कैसे पहुंचें:

एयर द्वारा

सबसें नजदीक हवाई अड्डा यहाँ पर इंदौर में हैं जो कि देवास से 40 किo मीo के अंतर्गत आता हैं । (घरेलु) अंतर्राज्यीय हवाई यात्रा के लिए भारतीय वायु सेवा एवं नीजि वायु सेवाएं इंदौर से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और देश के मुख्य शहरों से जोड़ती है ।

ट्रेन द्वारा

देवास शहर पूर्ण रूप से मालगाड़ी परिवहन सें जुड़ा हैं यहाँ से मालगाडीयाँ का दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, चेन्नई, जयपुर, आदि मुख्य शहरो सें आवागमन होता हैं ।

सड़क के द्वारा

देवास शहर राष्ट्रीय राजमार्ग के क्रमांक 3 जो कि (आगरा सें मुंबई) को जाता हैं, पर स्थित हैं । देवास शहर केंद्र में स्थित हैं । अन्य दूसरे जिले भी सड़कों सें इसके आस – पास स्थित है । देवास जिला इन जिलो के केंद्र में स्थित है । इसके आस-पास मुख्य रूप से उज्जैन जिला है । उज्जैन नगर (धार्मिक शहर हैं जो की महाकालेश्वर के लिए प्रसिद्ध हैं ) अन्य जिलो में सिहोर, भोपाल (मध्यप्रदेश की राजधानी है) और इंदौर जिले मुख्य रूप से जुड़े हैं । यह शहर सड़क परिवहन से संपन्न है व पूर्ण- रूपेण जुड़ा है । देवास शहर आगरा से 560 km दूरी व भोपाल से 160 km दूरी पर व उज्जैन से 33 km दूरी पर और इंदौर से 35 km की दूरी पर स्थित है ।